Very sad hindi love poem – एक तरफ़ा मोहब्बत
जब दिल के करीब आये तुम
महसुस हुआ अपने हो तुम
बस एक बार कह दू
तुम्हे मेरे हो तुम
पर ये ख़ामोशी
ये बिन लब्जों की जुबा
कहे भी तो क्या
डर लगता है मुझे कहोंगे तुम क्या
हाँ या ना
सोच के दिल खामोश है
की तुम मुझे अपना बनाओंगे या ना
एक ख्याल तुमसे जुदा होने का
एक ख्याल तेरा न होने का
कहता है मुझे रुक जाओ
अंत बुरा होता है
बिन लब्जों की
एक तरफा मोहब्बत का
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